ताजा खबर
Fact Check: इटली की पीएम Giorgia Meloni का पुराना वीडियो गलत दावे से वायरल, जानें क्या है सच   ||    Guru Gochar: गुरु की अतिचारी गति से इन 3 राशियों की बढ़ेंगी स्वास्थ्य समस्याएं, अभी से बरतें ये सावध...   ||    6 मई का इतिहास: ऐतिहासिक घटनाओं का अद्वितीय योगदान   ||    पेट्रोल-डीजल के रेट में गिरावट के आसार क्यों? कच्चे तेल के दामों से जगी उम्मीद   ||    Gold Price Today: दिल्ली-मुंबई में लुढ़का सोना-चांदी! जानें देश के बड़े शहरों में क्या है ताजा रेट?   ||    Public Holiday: 12 मई को बंद रहेंगे स्कूल, कॉलेज, दफ्तर और बैंक! जानें आपके शहर में सार्वजनिक छुट्टी...   ||    ‘अब पंत को कहना चाहिए कि…’ LSG के कप्तान के खराब प्रदर्शन पर आरोन फिंच ने दी खास सलाह   ||    मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में दिखेगा नया नजारा, रोहित शर्मा को इस दिन मिलेगा बड़ा सम्मान   ||    IPL 2025: 6 टीमों के लिए प्लेऑफ का नया समीकरण, अब जीतने होंगे इतने मैच   ||    ‘पाकिस्तान की ‘झूठे झंडे’ की कहानी बेबुनियाद’; UNSC के सदस्यों ने भारत के ‘दुश्मन’ पर उठाए सवाल   ||    अमेरिका छोड़कर जाओ, 1 हजार डॉलर पाओ… डोनाल्ड ट्रंप किन लोगों को दे रहे ऑफर?   ||    ‘मिलिट्री सॉल्यूशन समस्या का समाधान नहीं’, UN महासचिव गुटेरस ने भारत-पाकिस्तान से की ये अपील   ||    डिप्लोमेटिक के बाद इकोनॉमिक स्ट्राइक, भारत ने पाकिस्तान के विदेशी फंड रोकने के लिए चला ये दांव   ||    एक बार फिर हिला पाकिस्तान, आया भूकंप, रिक्टर स्केल पर कितनी रही तीव्रता?   ||    पाकिस्तान ने दो दिन में किया दूसरी मिसाइल का टेस्ट, भारत के बॉर्डर पर बढ़ा तनाव   ||    SC के जजों की संपत्ति सार्वजनिक, जानें CJI संजीव खन्ना की नेट वर्थ?   ||    ‘1971 की शर्मनाक हार न भूले पाकिस्तान’, जनरल मुनीर पर बलोच नेता का पलटवार   ||    फिल्मों पर 100% टैरिफ तगड़ा झटका! जानें भारतीय सिनेमा के लिए क्या हैं ट्रंप के फैसले के मायने?   ||    टोरंटो से दिल्ली आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट डायवर्ट, इस वजह से लिया फैसला   ||    महात्मा बुद्ध के अवशेषों की नीलामी पर बौद्ध समुदाय में रोष: भारत सरकार ने उठाए सख्त कदम   ||    +++ 
Fact Check: इटली की पीएम Giorgia Meloni का पुराना वीडियो गलत दावे से वायरल, जानें क्या है सच   ||    Guru Gochar: गुरु की अतिचारी गति से इन 3 राशियों की बढ़ेंगी स्वास्थ्य समस्याएं, अभी से बरतें ये सावध...   ||    6 मई का इतिहास: ऐतिहासिक घटनाओं का अद्वितीय योगदान   ||    पेट्रोल-डीजल के रेट में गिरावट के आसार क्यों? कच्चे तेल के दामों से जगी उम्मीद   ||    Gold Price Today: दिल्ली-मुंबई में लुढ़का सोना-चांदी! जानें देश के बड़े शहरों में क्या है ताजा रेट?   ||    Public Holiday: 12 मई को बंद रहेंगे स्कूल, कॉलेज, दफ्तर और बैंक! जानें आपके शहर में सार्वजनिक छुट्टी...   ||    ‘अब पंत को कहना चाहिए कि…’ LSG के कप्तान के खराब प्रदर्शन पर आरोन फिंच ने दी खास सलाह   ||    मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में दिखेगा नया नजारा, रोहित शर्मा को इस दिन मिलेगा बड़ा सम्मान   ||    IPL 2025: 6 टीमों के लिए प्लेऑफ का नया समीकरण, अब जीतने होंगे इतने मैच   ||    ‘पाकिस्तान की ‘झूठे झंडे’ की कहानी बेबुनियाद’; UNSC के सदस्यों ने भारत के ‘दुश्मन’ पर उठाए सवाल   ||    अमेरिका छोड़कर जाओ, 1 हजार डॉलर पाओ… डोनाल्ड ट्रंप किन लोगों को दे रहे ऑफर?   ||    ‘मिलिट्री सॉल्यूशन समस्या का समाधान नहीं’, UN महासचिव गुटेरस ने भारत-पाकिस्तान से की ये अपील   ||    डिप्लोमेटिक के बाद इकोनॉमिक स्ट्राइक, भारत ने पाकिस्तान के विदेशी फंड रोकने के लिए चला ये दांव   ||    एक बार फिर हिला पाकिस्तान, आया भूकंप, रिक्टर स्केल पर कितनी रही तीव्रता?   ||    पाकिस्तान ने दो दिन में किया दूसरी मिसाइल का टेस्ट, भारत के बॉर्डर पर बढ़ा तनाव   ||    SC के जजों की संपत्ति सार्वजनिक, जानें CJI संजीव खन्ना की नेट वर्थ?   ||    ‘1971 की शर्मनाक हार न भूले पाकिस्तान’, जनरल मुनीर पर बलोच नेता का पलटवार   ||    फिल्मों पर 100% टैरिफ तगड़ा झटका! जानें भारतीय सिनेमा के लिए क्या हैं ट्रंप के फैसले के मायने?   ||    टोरंटो से दिल्ली आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट डायवर्ट, इस वजह से लिया फैसला   ||    महात्मा बुद्ध के अवशेषों की नीलामी पर बौद्ध समुदाय में रोष: भारत सरकार ने उठाए सख्त कदम   ||    +++ 

उत्तर कोरिया ने यूक्रेन में रूस का समर्थन करने के लिए 12,000 सैनिकों को तैनात करने की तैयारी की है

Photo Source :

Posted On:Saturday, October 19, 2024

दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसी ने शुक्रवार को बताया कि उत्तर कोरिया ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस की सहायता के लिए सेना भेजी है। यह कदम संभावित रूप से किसी तीसरे देश को संघर्ष में शामिल कर सकता है और उत्तर कोरिया और पश्चिम के बीच तनाव बढ़ा सकता है।

राष्ट्रीय खुफिया सेवा (एनआईएस) ने घोषणा की कि रूसी नौसेना के जहाजों ने 8 अक्टूबर से 13 अक्टूबर के बीच 1,500 उत्तर कोरियाई विशेष अभियान बलों को रूसी बंदरगाह शहर व्लादिवोस्तोक पहुंचाया। एजेंसी ने यह भी संकेत दिया कि अतिरिक्त उत्तर कोरियाई सैनिकों के जल्द ही रूस पहुंचने की उम्मीद है।

एनआईएस के मुताबिक, अब रूस में मौजूद उत्तर कोरियाई सैनिकों को रूसी सैन्य वर्दी, हथियार और जाली पहचान दस्तावेज मिले हैं। वे वर्तमान में व्लादिवोस्तोक के सैन्य ठिकानों के साथ-साथ उस्सुरीय्स्क, खाबरोवस्क और ब्लागोवेशचेंस्क जैसे अन्य रूसी स्थानों पर तैनात हैं। एक बार जब वे अपना अनुकूलन प्रशिक्षण पूरा कर लेंगे, तो इन सैनिकों को युद्ध क्षेत्रों में तैनात किए जाने की संभावना है।

यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने पहले कहा था कि खुफिया रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि लगभग 10,000 उत्तर कोरियाई सैनिक जल्द ही संघर्ष में शामिल हो सकते हैं, जिससे दक्षिण कोरियाई सरकार के भीतर चिंता बढ़ गई है।

इस चिंताजनक खबर के जवाब में, दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति यूं सुक येओल ने शुक्रवार को एक सुरक्षा बैठक की, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को "सभी उपलब्ध साधनों" का उपयोग करके कार्रवाई करने की आवश्यकता पर बल दिया गया। इन चर्चाओं में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रीय सुरक्षा कार्यालय, राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय और राष्ट्रीय खुफिया सेवा के प्रमुख अधिकारियों ने भाग लिया।

हाल के सप्ताहों में रूस और उत्तर कोरिया के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं। पिछले हफ्ते, उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का जन्मदिन मनाया और उन्हें अपना "सबसे करीबी साथी" बताया। यह दोस्ती उन रिपोर्टों से मेल खाती है कि उत्तर कोरिया रूस को गोला-बारूद मुहैया करा रहा है, जैसा कि यूक्रेन के पोल्टावा क्षेत्र में एक मिसाइल की बरामदगी से पता चलता है।

इसके अलावा, पुतिन ने किम के साथ एक सैन्य समझौते को मंजूरी देने के लिए एक विधेयक का प्रस्ताव रखा है, जो किसी भी देश के खिलाफ "आक्रामकता" के मामले में आपसी समर्थन सुनिश्चित करेगा। सूत्रों का कहना है कि कुछ उत्तर कोरियाई सैनिक पहले ही आ चुके हैं और अब व्लादिवोस्तोक के उत्तर में स्थित उस्सूरीस्क के पास सैन्य ठिकानों पर तैनात हैं।

सैन्य विशेषज्ञों ने उत्तर कोरियाई सैनिकों को रूसी सैन्य अभियानों में एकीकृत करने की चुनौतियों पर चिंता जताई है। भाषा संबंधी बाधाएं और उत्तर कोरियाई सेना का हालिया युद्ध अनुभव सीमित होने जैसे कारक प्रभावी सहयोग में बाधा डाल सकते हैं। कुछ विश्लेषकों का प्रस्ताव है कि उत्तर कोरियाई सैनिक रूसी-यूक्रेनी सीमा के कुछ हिस्सों की सुरक्षा के लिए बेहतर अनुकूल हो सकते हैं, जिससे रूसी सेना अधिक महत्वपूर्ण युद्ध क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर सकेगी।


आगरा और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. agravocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.