भारत में नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में क्रांति लाने का काम कर रहा अडाणी ग्रुप एक बार फिर चर्चा में है। समूह ने अपनी प्रेरणादायक ‘हम करके दिखाते हैं’ अभियान के अंतर्गत तीसरा वीडियो ‘स्टोरी ऑफ सूरज’ लॉन्च किया है, जो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह वीडियो सिर्फ एक मार्केटिंग कैंपेन नहीं, बल्कि देशभर में स्वच्छ ऊर्जा की क्रांति और जीवन में उजाला लाने की अडाणी की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
गौतम अडाणी ने साझा किया वीडियो
अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी ने इस वीडियो को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करते हुए लिखा:
“हमारे कामों में हमारे द्वारा किए गए वादे निहित हैं। इसमें जीवन को रोशन करना, उन सपनों को शक्ति देना, जहां कभी अंधेरा रहता था और हर गांव में सूरज के माध्यम से रोशनी देने के वादे शामिल हैं। बदलाव की किरणें यहां हैं। हम करके दिखाते हैं।”
वीडियो में यह दिखाया गया है कि कैसे सूरज भैया (प्रतीकात्मक रूप में सूर्य) गुजरात के कच्छ क्षेत्र के खावड़ा में दुनिया के सबसे बड़े रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट में सौर ऊर्जा का उत्पादन कर रहे हैं। इस स्वच्छ ऊर्जा से न केवल गांवों में बिजली पहुंच रही है, बल्कि लोगों का जीवन भी रोशन और समृद्ध बन रहा है।
‘स्टोरी ऑफ सूरज’ की कहानी
‘स्टोरी ऑफ सूरज’ एक भावनात्मक और प्रेरणादायक लघु फिल्म है, जिसे हिट फिल्म ‘बधाई हो’ के निर्देशक अमित शर्मा ने निर्देशित किया है और ओगिल्वी इंडिया द्वारा इसे प्रस्तुत किया गया है। यह कहानी एक युवक राकेश के इर्द-गिर्द घूमती है, जो वर्षों बाद अपने गांव लौटता है। गांव लौटने पर वह देखता है कि अब उसका शहर और गांव पूरी तरह से सौर ऊर्जा से जुड़ चुका है।
कहानी में बताया गया है कि कैसे अडाणी ग्रीन एनर्जी के स्वच्छ ऊर्जा समाधानों ने गांव में:
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फसल उत्पादन को बेहतर किया
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क्लासरूम्स को टेक्नोलॉजी से जोड़ा
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अस्पतालों को सशक्त बनाया
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आजिविकाओं को पुनर्जीवित किया
इस वीडियो में यह स्पष्ट रूप से दिखाया गया है कि कैसे अडाणी समूह की सौर ऊर्जा योजनाएं केवल बिजली ही नहीं, बल्कि समाज में अवसर, प्रगति और आत्मनिर्भरता का उजाला फैला रही हैं।
दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट
गुजरात के कच्छ के खावड़ा में अडाणी ग्रुप 30,000 मेगावाट क्षमता का दुनिया का सबसे बड़ा रिन्यूएबल एनर्जी प्लांट विकसित कर रहा है। यह प्लांट करीब 538 वर्ग किलोमीटर में फैला है, जो पेरिस के आकार से 5 गुना बड़ा है और इसे अंतरिक्ष से भी देखा जा सकता है।
अडाणी समूह के अनुसार, जब यह प्रोजेक्ट पूरी तरह बनकर तैयार होगा, तब यह सभी प्रकार की नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में दुनिया का सबसे बड़ा संयंत्र होगा। यह भारत को ऊर्जा आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम होगा।
13 राज्यों को रोशन कर रहा है अडाणी ग्रीन एनर्जी
Adani Green Energy Limited (AGEL) पहले ही 15,000 मेगावाट से अधिक परिचालन क्षमता प्राप्त कर चुकी है। जून 2025 तक AGEL की कुल परिचालन क्षमता 15,539.9 मेगावाट तक पहुँच गई है। यह क्षमता लगभग 7.9 मिलियन घरों को बिजली दे सकती है और 13 राज्यों को रोशन करने में सक्षम है।
यह इतना विशाल पोर्टफोलियो है कि इससे पूरा पूर्वोत्तर भारत भी ग्रीन एनर्जी से बिजली पा सकता है। यह उपलब्धि भारत के ऊर्जा सेक्टर को हरित और सतत दिशा में ले जाने की बड़ी छलांग है।
AGEL CEO की प्रतिक्रिया
AGEL के सीईओ आशीष खन्ना ने इस उपलब्धि पर कहा:
“गौतम अडाणी की नेतृत्व में अडाणी समूह को रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में वैश्विक नेता बनाना हमारा लक्ष्य है। 15,000 मेगावाट की परिचालन क्षमता पार करना, इनोवेशन और ऑपरेशनल एक्सीलेंस में हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।”
निष्कर्ष
‘स्टोरी ऑफ सूरज’ न केवल एक शानदार कहानी है, बल्कि यह दर्शाती है कि कैसे अडाणी ग्रुप ग्रीन एनर्जी के जरिए भारत के भविष्य को रोशन कर रहा है। यह फिल्म हमें याद दिलाती है कि सौर ऊर्जा सिर्फ बिजली नहीं, बल्कि परिवर्तन की किरण है।
अडाणी समूह की यह पहल भारत को ऊर्जा सशक्त, पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो रही है। और जैसा कि चेयरमैन गौतम अडाणी कहते हैं – “हम करके दिखाते हैं।”