इंडियन सिनेमा के सबसे महान पायनियर्स में से एक, वी. शांताराम की ज़िंदगी और विरासत अब बड़े पर्दे पर सजीव होने जा रही है। उन पर आधारितएक नई बायोग्राफिकल ड्रामा फिल्म की आधिकारिक घोषणा हो चुकी है, जिसमें अभिनेता सिद्धांत चतुर्वेदी इस लेजेंडरी फिल्ममेकर की भूमिकानिभाएंगे। शांताराम का शानदार करियर सात दशकों से अधिक फैला था—1920 के साइलेंट-फिल्म दौर से लेकर 1990 के दशक के रंगीन औरतकनीकी रूप से विकसित सिनेमा तक—और इसी वजह से यह फिल्म चतुर्वेदी के करियर के सबसे चुनौतीपूर्ण और महत्वपूर्ण रोल्स में गिनी जा रही है।
अभिजीत शिरीष देशपांडे द्वारा लिखित और निर्देशित यह फिल्म वी. शांताराम के असाधारण रचनात्मक सफर को दर्शाएगी। दो आंखें बारह हाथ, नवरंग और डॉ. कोटनिस की अमर कहानी जैसी कालजयी फिल्मों के निर्देशक शांताराम सिर्फ़ एक फिल्ममेकर ही नहीं थे, बल्कि ऐसे दूरदर्शी कलाकारथे जो मानते थे कि सिनेमा समाज को शिक्षित कर सकता है, सुधार सकता है और भावनात्मक रूप से जोड़ सकता है। उनके योगदान के लिए उन्हेंभारतीय सिनेमा के सर्वोच्च सम्मान—दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड—से भी नवाज़ा गया।
फिल्म के फर्स्ट-लुक पोस्टर ने प्रशंसकों के उत्साह को और बढ़ा दिया है। पोस्टर में सिद्धांत चतुर्वेदी विंटेज कैमरे के पास खड़े दिखाई देते हैं, पुराने दौरकी पोशाक में, और एक ऐसे बैकग्राउंड के सामने जो शांताराम की कलात्मकता और उनकी कल्पनाशील दुनिया को खूबसूरती से दर्शाता है। यह विज़ुअल साफ संकेत देता है कि फिल्म का उद्देश्य सिर्फ़ घटनाओं को दिखाना नहीं, बल्कि इस महान कलाकार की सोच और संवेदनशीलता को भावनात्मक श्रद्धांजलि देना भी है।
इस बायोपिक को राहुल किरण शांताराम—जो वी. शांताराम के पोते हैं—सुभाष काले और सरिता अश्विन वर्दे के साथ मिलकर प्रोड्यूस कर रहे हैं।परिवार की इस भागीदारी के कारण फिल्म में एक सच्चाई, निकटता और गहराई आने की उम्मीद है, जो दर्शकों को शांताराम के वास्तविक व्यक्तित्वऔर उनके रचनात्मक संघर्षों से जोड़ पाएगी।
आज जब भारतीय सिनेमा में बायोपिक्स की नई लहर चल रही है, वी. शांताराम एक ऐसी फिल्म बनकर उभर रही है जो युवा पीढ़ी को उस महानशख्सियत से रूबरू कराएगी, जिनके काम ने आज की फिल्ममेकिंग की भाषा और शैली को गहराई से प्रभावित किया है। सिद्धांत चतुर्वेदी एक ऐसे किरदार को निभाने जा रहे हैं जो कई युगों, भावनाओं और सिनेमा के विकास का प्रतीक है। यही वजह है कि भारतीय सिनेमा के इस सच्चे मार्गदर्शकको समर्पित यह सिनेमाई श्रद्धांजलि दर्शकों के बीच पहले से ही उत्सुकता का विषय बन चुकी है।