मुंबई, 25 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। देश की राजधानी दिल्ली में तेज आंधी और बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट की पार्किंग में पार्क किए गए वाहनों के ऊपर बना शेड तेज बारिश के कारण टूट गया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मौसम की इस मार से दिल्ली एयरपोर्ट की 100 से ज्यादा उड़ानें प्रभावित हुईं। एयरपोर्ट प्रशासन के अनुसार शनिवार रात 11:30 बजे से रविवार सुबह 4 बजे तक कुल 49 उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा। मौसम विभाग ने बताया कि दिल्ली में हवा की रफ्तार 82 किलोमीटर प्रति घंटा रही और 81.2 मिलीमीटर (3.2 इंच) बारिश दर्ज की गई। शहर के कई हिस्सों जैसे मिंटो रोड, मोती बाग और टर्मिनल-1 के आसपास की सड़कों पर जलभराव देखने को मिला। उधर, दक्षिण भारत के राज्यों केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु के बाद अब मानसून महाराष्ट्र पहुंच चुका है। रविवार को राज्य के पश्चिमी जिलों में बारिश शुरू हो गई है।
मौसम विभाग ने रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, सातारा, पुणे और कोल्हापुर समेत पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मुंबई और कोंकण क्षेत्र में भी प्री-मानसून की बौछारें शुरू हो गई हैं। मध्य प्रदेश में भी मानसून समय से पहले दस्तक दे सकता है और जून के पहले सप्ताह से तेज बारिश की शुरुआत होने की संभावना जताई गई है। जबकि सामान्यतः यहां मानसून 16 जून के आसपास पहुंचता है, पिछले वर्ष यह 21 जून को आया था। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में शनिवार शाम बादल फटने की घटना के कारण बाढ़ जैसे हालात बन गए जिससे 25 से अधिक वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। पहाड़ी इलाकों से आए मलबे की वजह से हिंदुस्तान-तिब्बत रोड और राष्ट्रीय राजमार्ग-5 को बंद करना पड़ा। राजस्थान के खैरथल-तिजारा में एक घर की दीवार गिरने से दो लोगों की मौत हो गई जबकि बीकानेर, सीकर और झुंझुनू में तेज आंधी से पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए। हनुमानगढ़ में सबसे ज्यादा 53 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जबकि बाड़मेर का तापमान 47.6 डिग्री तक पहुंच गया जो सामान्य से 5.3 डिग्री अधिक है।
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में तेज आंधी और बारिश के कारण एसीपी कार्यालय के एक कमरे की छत गिरने से सब इंस्पेक्टर वीरेंद्र मिश्रा की मौत हो गई। वहीं केरल में 24 मई को मानसून के प्रवेश के बाद से सभी जिलों में भारी बारिश हो रही है। 25 मई को भी तेज हवाओं के साथ बारिश जारी रही जिससे कई पेड़ उखड़ गए, घरों को नुकसान पहुंचा और नदियों के जलस्तर में वृद्धि हुई। कई स्थानों पर बांधों के शटर खोलने पड़े हैं। वायनाड के भूस्खलन प्रभावित चूरलमाला क्षेत्र में भारी बारिश के कारण लोगों में दोबारा लैंडस्लाइड का डर बना हुआ है। पथानामथिट्टा, कोझिकोड और कासरगोड जिलों में भी पेड़ों के गिरने की घटनाएं हुई हैं। इडुक्की जिले के मलंकारा बांध के पांच शटर रविवार सुबह खोल दिए गए हैं। देशभर में मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है और भारतीय मौसम विभाग ने 21 राज्यों में आंधी और बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। उत्तराखंड में ओलावृष्टि और राजस्थान में धूल भरी आंधी तथा लू चलने की चेतावनी दी गई है। इसके अलावा आज से नौतपा की भी शुरुआत हो गई है, जो 2 जून तक चलेगा और इस दौरान तेज गर्मी का दौर जारी रहेगा।