आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया पर किसी भी बात को बिना जांच-परख के फैलाना बेहद आसान हो गया है। कई बार ऐसे झूठे और फर्जी दावे तेजी से वायरल हो जाते हैं, जो लोगों को गुमराह कर सकते हैं और समाज में भ्रम की स्थिति पैदा कर सकते हैं। इन्हीं में से एक हाल ही में सोशल मीडिया पर एक खबर बहुत तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि अल्बानिया के प्रधानमंत्री एडी रामा ने इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी को प्रपोज किया है।
यह खबर फेसबुक सहित अन्य प्लेटफॉर्म्स पर खूब फैल रही है और इस पोस्ट में एडी रामा की एक तस्वीर भी साझा की गई है, जिसमें वह जॉर्जिया मेलोनी के सामने घुटने टेककर प्रपोज करते दिखाए जा रहे हैं। इसके साथ ही इस तस्वीर के कैप्शन में मजाकिया अंदाज में लिखा गया है कि इस तस्वीर को देखने के बाद दिल्ली के मजनूं का टीला इलाके में एक 75 साल के बुजुर्ग शख्स को ‘तुम्हें कोई और देखे तो जलता है दिल’ गाना गाते हुए देखा गया।
लेकिन सवाल ये है कि क्या यह दावा सच है? क्या वाकई में ऐसा हुआ है? आइए इस पोस्ट के सच और झूठ को समझते हैं।
वायरल हो रही पोस्ट की जांच
जब कोई खबर या पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होती है, तो इसकी जांच-परख करना बेहद जरूरी हो जाता है। India TV ने भी इस वायरल दावे की सत्यता की जांच करने का फैसला किया।
सबसे पहले हमने रिवर्स इमेज सर्च की मदद ली, जिससे यह पता लगाने की कोशिश की गई कि वायरल तस्वीर या वीडियो की असली कहानी क्या है। जांच में पता चला कि वायरल वीडियो यूरोपियन पॉलिटिकल कम्यूनिटी समिट का हिस्सा है, जो अल्बानिया की राजधानी टिराना में आयोजित हुआ था। इस समिट में इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी भी शामिल हुई थीं और वहां अल्बानिया के प्रधानमंत्री एडी रामा ने उनका स्वागत किया था। इस दौरान एडी रामा ने जॉर्जिया मेलोनी का अभिवादन करने के लिए घुटने टेके थे, जो एक सम्मान और आदर का तरीका है।
लेकिन यह ध्यान देने वाली बात है कि इस दौरान कोई भी प्रस्तावना या प्रपोजल का इशारा नहीं था। सिर्फ स्वागत और अभिवादन के लिए घुटने टेके गए थे, ना कि किसी प्रेम प्रस्ताव के लिए।
वायरल तस्वीर का सच – एआई क्रिएटेड तस्वीर
India TV ने वायरल तस्वीर की प्रमाणिकता जांचने के लिए आधुनिक एआई जांच टूल का इस्तेमाल किया। इसके जरिए पता चला कि वायरल तस्वीर असली नहीं बल्कि एआई की मदद से एडिट की गई या सिंथेटिक (कृत्रिम) है।
डीपफेक-ओ-मीटर जैसे टूल ने पुष्टि की कि यह तस्वीर 100 प्रतिशत एआई जनरेटेड है, यानी यह फोटोशॉप या किसी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक की मदद से बनाई गई नकली तस्वीर है। इसलिए इस तस्वीर को देखकर भ्रामक दावा फैलाना गलत है।
सोशल मीडिया पर फेक न्यूज का खतरा
इस मामले में यह स्पष्ट हो गया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबर झूठी और भ्रामक है। ऐसे फेक न्यूज न केवल व्यक्तिगत प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाते हैं बल्कि आम जनता के बीच भ्रम और गलतफहमियां भी पैदा करते हैं।
यह देखना जरूरी है कि जब भी कोई खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो, तो उसके स्रोत और तथ्य की जांच करें। बिना पुष्टि के खबरों पर भरोसा करना और उन्हें शेयर करना कई बार बहुत नुकसानदेह साबित हो सकता है।
सावधानी के लिए जरूरी टिप्स
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किसी भी खबर को बिना जांचे शेयर न करें।
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विश्वसनीय स्रोतों जैसे प्रतिष्ठित न्यूज चैनल और आधिकारिक वेबसाइट से जानकारी लें।
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संदिग्ध तस्वीरों या वीडियो की सच्चाई जांचने के लिए रिवर्स इमेज सर्च या एआई डिटेक्शन टूल्स का इस्तेमाल करें।
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किसी भी खबर को तुरंत मानने से पहले सोशल मीडिया पर फैक्ट-चेक रिपोर्ट देखें।
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अपने परिवार और दोस्तों को भी सोशल मीडिया पर सचेत रहने की सलाह दें।
निष्कर्ष
जांच में यह बात पूरी तरह स्पष्ट हो गई है कि अल्बानिया के प्रधानमंत्री एडी रामा ने इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी को प्रपोज किया है, ऐसा दावा पूरी तरह झूठा है। वायरल हो रही तस्वीर और वीडियो को गलत संदर्भ में पेश किया गया है, जो कि एक तरह की फेक न्यूज है।
इसलिए जरूरी है कि हम सोशल मीडिया पर ऐसी खबरों को फैलाने से पहले पूरी जांच कर लें और सतर्क रहें। फेक न्यूज से बचाव ही हम सबकी जिम्मेदारी है, ताकि सच और भरोसेमंद जानकारी ही समाज तक पहुंचे।