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बिहार चुनाव: ललन सिंह ने कहा- हमने किसी को धमकी नहीं दी, सिर्फ गरीबों को वोट देने के लिए उत्साहित किया

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Posted On:Wednesday, November 5, 2025

अपने विवादास्पद चुनावी वीडियो को लेकर कानूनी घेरे में आए केंद्रीय मंत्री और जनता दल यूनाइटेड (JD(U)) के वरिष्ठ नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने आज उस पर सफाई दी है। विपक्ष का आरोप है कि सिंह ने मोकामा में लोगों से विरोधियों को मतदान केंद्रों पर नहीं जाने देने की अपील करके लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बाधित करने की कोशिश की है। हालांकि, ललन सिंह ने इन आरोपों का पुरजोर खंडन किया है। उन्होंने दावा किया कि उनका इरादा किसी को धमकी देना नहीं, बल्कि गरीब मतदाताओं को निर्भय होकर मतदान करने के लिए 'उत्साहित' करना था, जो एक ऐसा काम है जिसे चुनाव आयोग भी करता है।

'दबंग' नेता पर निशाना, चुनाव आयोग से तुलना

जिस वीडियो को लेकर ललन सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है, उस पर उन्होंने विस्तार से अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि वह वीडियो मोकामा के शिवनार गांव का है। आरजेडी नेता पर आरोप: सिंह ने आरोप लगाया कि शिवनार गांव में राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का एक दबंग नेता है जो वर्षों से गरीबों को वोट नहीं डालने देता है।

सफाई का तर्क: केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से उस दबंग नेता को 'घर में बंद करने' और विनम्र आग्रह पर ही मतदान करने की अनुमति देने की अपील की थी। उनका उद्देश्य था कि गरीब मतदाताओं को मतदान का अवसर उपलब्ध कराया जाए।

चुनाव आयोग का उदाहरण: अपने बचाव में, ललन सिंह ने अपने बयान की तुलना सीधे चुनाव आयोग की अपील से की। उन्होंने कहा, "यही काम चुनाव आयोग भी करता है। चुनाव आयोग आम मतदाताओं से निर्भय होकर मतदान करने की अपील करता है।"

6 इंच छोटा करने की धमकी और सीएम नीतीश के वोटर

ललन सिंह ने मोकामा में गरीब मतदाताओं को धमकाने के गंभीर आरोपों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उन्हें मोकामा नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 15 से 27 तक के गरीब मतदाताओं को मतदान से रोकने की शिकायतें मिली थीं। सिंह ने बताया कि इन मतदाताओं को धमकी दी जाती थी कि अगर उन्होंने मतदान किया तो उन्हें "छह इंच छोटा कर दिया जाएगा।"

कार्यकर्ताओं को निर्देश: केंद्रीय मंत्री ने जोर देकर कहा कि उन्होंने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से ऐसी धमकियों के बीच हर हाल में गरीबों का मतदान सुनिश्चित कराने की अपील की थी।

नीतीश कुमार का वोट बैंक: उन्होंने आगे कहा कि ये गरीब मतदाता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समर्थक हैं और इन्हें डराकर मतदान करने से रोका नहीं जा सकता है।

वीडियो अधूरा दिखाया गया और जातिगत राजनीति

ललन सिंह ने आरोप लगाया कि उनके पूरे वीडियो के बजाय आधे हिस्से को ही दिखाया जा रहा है, जिससे उनके बयान का संदर्भ और आशय बदल गया है। उन्होंने कहा कि अगर कोई पूरा वीडियो देखे तो पता चलेगा कि उनका वास्तविक मंतव्य क्या था। उन्होंने दुलारचंद यादव की हत्या को दुखद बताते हुए उस पर भी टिप्पणी की। हालांकि, उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी शवयात्रा के दौरान आरजेडी समर्थकों ने जिस तरह की जाति विशेष के लोगों के प्रति भाषा का उपयोग किया, वह स्वीकार्य नहीं है।

ललन सिंह ने कहा कि चूंकि चुनाव आयोग की ओर से उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज हुई है, इसलिए वह आयोग का सम्मान करते हैं और वे आयोग के सामने अपना पूरा पक्ष रखेंगे। यह पूरा विवाद बिहार चुनाव के पहले चरण की समाप्ति के बाद भी कानून-व्यवस्था, दबंगई और जातिगत राजनीति के संवेदनशील मुद्दों को केंद्र में बनाए हुए है।


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