संसद के निचले सदन, लोकसभा में 9 दिसंबर को चुनाव सुधारों पर शुरू हुई चर्चा के दौरान, विपक्षी दलों ने जमकर केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को घेरा. कांग्रेस की ओर से ईवीएम (EVM) में कथित गड़बड़ी का मुद्दा उठाते हुए राज्यों के आगामी चुनाव बैलेट पेपर से कराने की मांग की गई, ताकि लोगों के संदेह दूर हों. वहीं, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी चर्चा में भाग लेते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा और चुनाव आयोग से मिलीभगत के आरोप लगाए थे.
'EVM नहीं, दिल हैक करते हैं PM मोदी'
आज लोकसभा में इस महत्वपूर्ण विषय पर हिमाचल प्रदेश के मंडी से बीजेपी सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत ने अपनी बात रखी. उन्होंने विपक्ष के आरोपों पर करारा जवाब देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ईवीएम हैक नहीं करते हैं, बल्कि वो लोगों के दिलों को हैक करते हैं. उनका यह बयान विपक्षी दलों के उस आरोप पर सीधा पलटवार था, जिसमें ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए गए थे.
कंगना ने कांग्रेस को घेरते हुए पुराने समय के मतदान प्रक्रिया पर भी टिप्पणी की. उन्होंने कहा, "ये लोग दुहाई देते हैं कि पुराने जमाने का मतदान सबसे अच्छा होता था. उस वक्त धांधली होती थी, ये लोग (विपक्ष) बॉक्स उठाकर ले जाते थे." उनका इशारा था कि पुरानी व्यवस्था में धांधली की संभावनाएं अधिक थीं, जबकि ईवीएम ने पारदर्शिता बढ़ाई है.
विपक्ष पर तीखा हमला
कंगना रनौत ने सदन में विपक्ष के हंगामे और आचरण पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि ये हर दिन एसआईआर, एसआईआर (संभवतः किसी जांच या मुद्दे का जिक्र) कर हंगामा कर रहे थे.
उन्होंने राहुल गांधी को व्यक्तिगत रूप से निशाने पर लेते हुए कहा, "दिल दहल जाता था इनको देखकर, कल राहुल गांधी जी जब बोल रहे थे, बार-बार वही खादी में धागा है, धागे से कपड़ा है, करते रहे. अंत में वह ले देकर विदेशी महिला की फोटो पर आ गए."
कंगना ने उस फोटो पर भी आपत्ति जताई, जिसका इस्तेमाल राहुल गांधी ने प्ले कार्ड में किया था. उन्होंने कहा कि वह महिला खुद कई बार कह चुकी हैं कि वह कभी भारत नहीं गई हैं. उन्होंने फोटो के इस्तेमाल को उस महिला के पर्सनालिटी राइट्स का उल्लंघन बताते हुए कहा, "उनके पर्सनालिटी राइट्स का भी ध्यान नहीं रखा. इसके लिए मैं संसद की तरफ से माफी मांगती हूँ."
वन नेशन- वन इलेक्शन का समर्थन
चुनाव सुधारों पर चर्चा के दौरान, कंगना रनौत ने देश में 'वन नेशन, वन इलेक्शन' (One Nation, One Election) के प्रस्ताव का भी जोरदार समर्थन किया. उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था से बार-बार चुनाव कराने की असुविधा और आर्थिक नुकसान से बचा जा सकता है.
कंगना ने कहा कि कांग्रेस के चरित्र में मर्यादा नहीं है. उन्होंने 'वन नेशन, वन इलेक्शन' को लोकतंत्र के उत्सव के रूप में मनाने की बात कही और इस प्रस्ताव को जल्द से जल्द लागू करने की अपील की. उनका यह भाषण सदन में काफी चर्चा का विषय बना रहा.