एशियाई महाद्वीप में इस समय तनाव चरम पर है, जहाँ तीन अलग-अलग मोर्चों पर छह देश एक-दूसरे के आमने-सामने हैं। इन देशों के बीच बढ़ती टकराहट और एक-दूसरे पर किए जा रहे हमलों ने क्षेत्रीय शांति को खतरे में डाल दिया है।
1. पाकिस्तान बनाम अफगानिस्तान: आतंकवाद और सीमा विवाद
एशिया में पहला फ्रंट दो पड़ोसी मुस्लिम देशों, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच खुला है। दोनों देशों के बीच तनाव की मुख्य वजह आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) है, जिसे पाकिस्तान का आरोप है कि अफगानिस्तान पनाह देता है।
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हिंसा की शुरुआत: दोनों देशों के बीच झड़पें अक्टूबर के महीने में शुरू हुईं, जब पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर हवाई हमले किए।
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वर्तमान स्थिति: अक्टूबर में हुई हिंसा 2021 में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से सीमा पर सबसे गंभीर झड़प थी। हाल ही में, पाकिस्तान और तालिबान बलों के बीच शुक्रवार देर रात सीमा पर फिर से भारी गोलीबारी हुई, जिसमें अफगानिस्तान में कम से कम 5 लोग मारे गए।
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प्रभाव: इन लगातार वार-पलटवार के कारण दो महीने की कमज़ोर युद्धविराम व्यवस्था टूट गई है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव एक बार फिर गहरा गया है।
2. चीन बनाम जापान: ताइवान पर भड़की दरार
दूसरा फ्रंट एशिया की दो बड़ी आर्थिक और सैन्य शक्तियों, चीन और जापान के बीच खुला है। तनाव का केंद्रबिंदु ताइवान है।
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विवाद की जड़: जापान की प्रधानमंत्री साने ताकाईची ने 7 नवंबर को संसद में बयान दिया था कि अगर चीन ताइवान पर हमला करता है और इससे जापान की सुरक्षा को खतरा होता है, तो जापान भी प्रतिक्रिया दे सकता है।
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चीन की प्रतिक्रिया: चीन इस बयान से भड़क गया और इसे अपने आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप बताया। हालांकि, ताकाईची ने अपना बयान वापस लेने से इनकार कर दिया।
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सैन्य टकराव: इस बयानबाजी के बाद, जापान ने आरोप लगाया कि चीन के लड़ाकू विमानों ने उसके सैन्य विमानों पर दो बार फायर कंट्रोल रडार लॉक किया। इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच दरार लगातार बढ़ती जा रही है।
3. थाईलैंड बनाम कंबोडिया: युद्धविराम का उल्लंघन
तीसरा फ्रंट थाईलैंड और कंबोडिया के बीच खुल गया है। इन दोनों पड़ोसी देशों ने एक-दूसरे पर सीजफायर के उल्लंघन का आरोप लगाया है।
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हालिया झड़प: थाईलैंड ने सोमवार को कंबोडिया पर सीमा पर हवाई हमले किए। थाई सैन्य अधिकारियों का दावा है कि कंबोडिया ने स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 3 बजे थाई सीमा पर हमले शुरू किए, जिसमें एक थाई सैनिक की मौत हो गई और दो अन्य घायल हुए।
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कंबोडिया का आरोप: वहीं, कंबोडियाई सेना ने थाईलैंड पर स्थानीय समयानुसार सुबह लगभग 5:04 बजे हमला करने का आरोप लगाया।
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युद्धविराम की समाप्ति: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अक्टूबर के महीने में दोनों देशों के बीच युद्धविराम कराया था, लेकिन सोमवार को हुई इन गंभीर झड़पों के बाद दोनों के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है, और वे एक दूसरे पर युद्धविराम का उल्लंघन करने का आरोप लगा रहे हैं।
एशिया में ये तीनों फ्रंट, एक बड़े क्षेत्रीय अस्थिरता के संकेत दे रहे हैं, जिस पर वैश्विक समुदाय की नज़र है।