तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के आतंकियों और पाकिस्तान सुरक्षा बलों के बीच आज (4 नवंबर 2025) नॉर्थ वजीरिस्तान के बन्नू जिले में भीषण मुठभेड़ हुई। आतंकियों ने जिला पुलिस अधिकारी (DPO) के काफिले को निशाना बनाकर हमला किया, जिसके बाद पुलिस और सुरक्षा बलों ने त्वरित और प्रभावी जवाबी कार्रवाई करते हुए कई हमलावरों को मार गिराया।
डीपीओ के काफिले पर घात लगाकर हमला
घटना बन्नू जिले के मीरानशाह रोड पर हुई। नॉर्थ वजीरिस्तान के जिला पुलिस अधिकारी (DPO) वकार खान अपने दस्ते के साथ एक काफिले में यात्रा कर रहे थे, जब TTP आतंकवादियों ने उन पर अचानक गोलीबारी शुरू कर दी। हमला होते ही DPO वकार खान और उनके साथ मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों ने तुरंत पोजीशन ली और बिना समय गंवाए आतंकियों को घेरकर जवाबी फायरिंग शुरू कर दी। दोनों पक्षों की ओर से भारी गोलीबारी हुई। आतंकवादियों को मौके पर छिपने का ठिकाना नहीं मिला, और वे पुलिस की गोलियों का निशाना बनकर ढेर हो गए। हालांकि, इस दौरान कुछ आतंकी अपनी जान बचाकर मौके से फरार होने में सफल रहे।
पुलिस ने कार्रवाई के बाद ढेर किए गए आतंकियों के शवों को कब्जे में लिया और उनके पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी जब्त किया। इस आतंकी हमले और सफल जवाबी कार्रवाई की जानकारी तुरंत सेना के आला अधिकारियों और सरकार को दी गई।
6 पुलिसकर्मी घायल, डीपीओ सुरक्षित
पाकिस्तान सेना ने आधिकारिक तौर पर पुलिस काफिले पर हुए इस आतंकी हमले की पुष्टि की है। हालांकि, सेना ने जवाबी कार्रवाई में मारे गए आतंकवादियों की सटीक संख्या अभी तक जारी नहीं की है। इस हमले और बाद की मुठभेड़ में छह पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। सभी घायल पुलिसकर्मियों को तुरंत सेना के जिला मुख्यालय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। गनीमत यह रही कि DPO वकार खान और उनके दस्ते के अन्य अधिकारी बुलेटप्रूफ गाड़ी में होने के कारण सुरक्षित बच गए। DPO की त्वरित प्रतिक्रिया और बहादुरी ने इस बड़े हमले को विफल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इसके अतिरिक्त, पाकिस्तानी सेना ने बताया कि नॉर्थ वजीरिस्तान के अलग-अलग इलाकों में TTP आतंकवादियों के साथ सेना की दो और मुठभेड़ें हुईं। इन दोनों स्थानों पर भी सुरक्षा बलों ने कार्रवाई करते हुए कई आतंकवादियों को ढेर कर दिया।
पाकिस्तान-अफगानिस्तान तनाव का केंद्र TTP
TTP की यह बढ़ती गतिविधि पाकिस्तान और पड़ोसी अफगानिस्तान के बीच चल रहे गंभीर तनाव का केंद्र है। पाकिस्तान सरकार लगातार अफगानिस्तान पर यह आरोप लगाती रही है कि वह TTP आतंकवादियों को अपनी धरती पर पनाह दे रहा है।
इसी आरोप के चलते, हाल ही में पाकिस्तान ने काबुल समेत अफगानिस्तान के कई शहरों में TTP के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक करके उन्हें निशाना बनाया था। अफगानिस्तान के तालिबान शासन ने पाकिस्तान की इस कार्रवाई को अपनी संप्रभुता का उल्लंघन और 'युद्ध का आगाज' माना था। जवाबी कार्रवाई में, अफगान तालिबानी लड़ाकों ने कथित तौर पर पाकिस्तान में घुसकर तबाही मचाई, चौकियों पर कब्जा किया और पाकिस्तानी जवानों को मार गिराया।
दोनों देशों के बीच यह सैन्य टकराव तीन दिनों तक चला, जिसके बाद कतर और मिस्र (इजिप्ट) जैसे मध्यस्थ देशों की पहल पर दोनों पक्षों के बीच संघर्ष विराम (सीजफायर) समझौता हुआ। यह समझौता अस्थिर सीमा पर शांति बहाली की दिशा में एक अस्थायी कदम था। आज का हमला यह दर्शाता है कि सीमा पर समझौते के बावजूद TTP अभी भी पाकिस्तान के लिए एक बड़ा सुरक्षा खतरा बना हुआ है, और देश के आंतरिक हिस्सों में सक्रिय रूप से सुरक्षा बलों को निशाना बना रहा है।