कर्नाटक के धारवाड़ जिले से एक बेहद दर्दनाक सड़क दुर्घटना सामने आई है, जहां एक कार के डिवाइडर से टकराने के बाद लोकायुक्त इंस्पेक्टर की जिंदा जलकर मौत हो गई। यह भीषण हादसा धारवाड़ जिले के अन्निगेरी शहर के बाहरी इलाके में शुक्रवार को हुआ।
हावेरी के लोकायुक्त इंस्पेक्टर पंचाक्षरी सलीमथ अपनी i20 कार से गडग में अपने परिवार से मिलने जा रहे थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार, इसी बीच उनकी कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई, जिससे कार में तुरंत आग लग गई।
भीषण आग ने बचने का मौका नहीं दिया
घटना के दौरान राहगीरों ने इंस्पेक्टर सलीमथ को बचाने की वीरतापूर्ण कोशिश की, लेकिन कार में लगी आग इतनी भीषण थी कि वे इंस्पेक्टर तक पहुँच नहीं पाए।
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अनुमान: ऐसा अनुमान जताया जा रहा है कि टक्कर के बाद कार के दरवाजे लॉक हो गए थे, जिससे सलीमथ को बाहर निकलने का कोई मौका नहीं मिला।
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तत्काल सूचना: स्थानीय लोगों ने तुरंत घटना की जानकारी पुलिस और दमकल विभाग की टीम को दी।
सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियाँ मौके पर पहुँची और उन्होंने आग पर काबू पाया। हालांकि, तब तक इंस्पेक्टर सलीमथ की कार के अंदर ही जलकर दर्दनाक मौत हो चुकी थी।
पुलिस ने शुरू की विस्तृत जांच
पंचाक्षरी सलीमथ हावेरी लोकायुक्त में इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत थे और एक जिम्मेदार अधिकारी के रूप में जाने जाते थे। उनकी आकस्मिक और दुखद मौत ने विभाग और उनके परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।
मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इसके साथ ही, पुलिस ने हादसे के सही कारणों का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच शुरू कर दी है।
जांच के मुख्य बिंदु:
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सीसीटीवी फुटेज: घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, ताकि यह पता चल सके कि कार अनियंत्रित कैसे हुई।
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तकनीकी खराबी: क्या दुर्घटना के पीछे कार की कोई तकनीकी खराबी या तेज रफ्तार थी।
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टक्कर का कारण: कहीं यह दुर्घटना किसी अन्य वाहन की टक्कर से तो नहीं हुई।
मृतक इंस्पेक्टर के परिवार का मौत की खबर मिलने के बाद से रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार अपने प्रियजन से मिलने जा रहा था, लेकिन यह दुखद यात्रा बीच रास्ते में ही समाप्त हो गई।
सड़क सुरक्षा पर चिंता
यह घटना कर्नाटक में सड़क सुरक्षा पर बढ़ती चिंता को भी उजागर करती है। कुछ ही दिनों पहले, कर्नाटक के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी महंतेश बिलगी की भी एक कार दुर्घटना में दुखद मृत्यु हो गई थी। उच्च पदस्थ अधिकारियों से जुड़ी इन लगातार दुर्घटनाओं ने सड़कों पर सुरक्षा मानकों और आपातकालीन स्थितियों में वाहनों के सेफ्टी फीचर्स पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।