दिल्ली की कड़ाके की शीतलहर उस वक्त बेअसर हो गई जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पालम एयरपोर्ट पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का गर्मजोशी से स्वागत किया। पुतिन दो दिवसीय महत्वपूर्ण भारत दौरे पर हैं, और पहले ही दिन एयरपोर्ट पर जो नज़ारा देखने को मिला, उसने दुनिया का ध्यान खींच लिया।
कूटनीति से बढ़कर निजी गर्मजोशी
पीएम मोदी ने प्रोटोकॉल तोड़कर अपने सबसे 'अज़ीज दोस्त' पुतिन को गले लगाया। यह कदम न सिर्फ दोनों देशों के बीच की मज़बूत कूटनीतिक साझेदारी को दर्शाता है, बल्कि दोनों नेताओं के बीच की अनूठी और व्यक्तिगत केमिस्ट्री का भी स्पष्ट इशारा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, पीएम मोदी द्वारा व्यक्तिगत रूप से स्वागत किए जाने से क्रेमलिन भी हैरान था, क्योंकि रूस को इस तरह की अगवानी की जानकारी नहीं थी।
एयरपोर्ट पर वेलकम के बाद, पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन एक ही कार में सवार होकर सीधे पीएम आवास पहुँचे।
प्राइवेट डिनर: पावर-पॉलिटिक्स का हाई-वोल्टेज एपिसोड
पीएम आवास पर पुतिन के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने प्राइवेट डिनर का आयोजन किया। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच लंबी और गहन चर्चा हुई। यह निजी मुलाकात दुनिया को यह संदेश देती है कि यह दौरा महज औपचारिक कूटनीति नहीं, बल्कि पावर-पॉलिटिक्स का एक हाई-वोल्टेज एपिसोड है, जहाँ दो बड़े नेता मिलकर वैश्विक और द्विपक्षीय रणनीति तय कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने पुतिन से मुलाकात के बाद 'एक्स' पर पोस्ट में अपनी भावनाएं व्यक्त कीं:
"अपने दोस्त प्रेसिडेंट पुतिन का भारत में स्वागत करते हुए बहुत खुशी हो रही है। आज शाम और कल हमारी बातचीत का इंतजार रहेगा। भारत-रूस की दोस्ती समय की सौटी पर खरी उतरी है, जिससे हमारे लोगों को बहुत फायदा हुआ है।
दौरे का मुख्य फोकस और पश्चिमी देशों की नज़र
पुतिन का यह दौरा करीब आठ दशक पुरानी भारत-रूस साझेदारी को और मजबूती देगा। दोनों देशों के बीच यह साझेदारी जटिल भू-राजनीतिक (Geopolitics) माहौल के बावजूद अटूट बनी हुई है। माना जा रहा है कि प्राइवेट डिनर पर हुई चर्चा ने शुक्रवार को होने वाली शिखर वार्ता के लिए एक अच्छा माहौल तैयार कर दिया है।
मोदी-पुतिन के बीच होने वाली बातचीत के मुख्य विषय निम्नलिखित मुद्दों पर केंद्रित रहेंगे:
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रक्षा संबंधों को मजबूत करना: दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग और उपकरणों की खरीद पर चर्चा।
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व्यापार की सुरक्षा: भारत-रूस व्यापार को किसी भी पश्चिमी देश के दबाव से सुरक्षित रखना।
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ऊर्जा और सहयोग: छोटे मॉड्यूलर प्लांट्स में सहयोग की नई संभावनाओं की तलाश।
यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस पर पश्चिमी देशों की गहरी नज़र है, खासकर यह ऐसे समय में हो रहा है जब भारत-अमेरिका संबंधों में कुछ तल्खी आई हुई है।
शुक्रवार का विस्तृत एजेंडा
मोदी-पुतिन की औपचारिक बैठक से पहले, शुक्रवार की सुबह राष्ट्रपति भवन में रूस के राष्ट्रपति का औपचारिक स्वागत किया जाएगा। इसके बाद:
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हैदराबाद हाउस में मुख्य बैठक होगी, जिसके बाद पीएम मोदी पुतिन और उनके प्रतिनिधिमंडल के लिए भोज का आयोजन करेंगे।
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पुतिन राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि भी देंगे।
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बैठक के बाद पुतिन सरकारी प्रसारक का नया चैनल भी लॉन्च करेंगे।
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अंत में, वह राष्ट्रपति मुर्मू की ओर से दिए जाने वाले राजकीय भोज में शामिल होंगे और रात करीब 9 बजे भारत से रवाना हो सकते हैं।