मुंबई, 31 दिसंबर, (न्यूज़ हेल्पलाइन) हमारे नाखून अक्सर हमारी सेहत का आईना होते हैं। कई बार हम नाखूनों में होने वाले छोटे-छोटे बदलावों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं, लेकिन ये बदलाव शरीर में पनप रही किसी गंभीर बीमारी का शुरुआती संकेत हो सकते हैं। हाल ही में एक अमेरिकी डॉक्टर ने नाखूनों में होने वाले 5 ऐसे बदलावों के बारे में बताया है, जो स्वास्थ्य के प्रति सचेत करने वाले 'अलार्म' की तरह काम करते हैं।
एनेस्थेसियोलॉजिस्ट और दर्द निवारक विशेषज्ञ डॉ. कुणाल सूद ने साझा किया है कि ये बदलाव अन्य लक्षणों के प्रकट होने से कई महीने पहले ही दिखाई दे सकते हैं:
1. क्लबिंग (नाखूनों का मुड़ना)
अगर आपके नाखून नीचे की ओर मुड़ने लगे हैं और उंगलियों के पोर (fingertips) गोल और सूजे हुए दिखने लगे हैं, तो इसे 'क्लबिंग' कहते हैं। यह फेफड़ों की गंभीर बीमारी, हृदय संबंधी समस्याओं या लिवर में खराबी का संकेत हो सकता है।
2. चम्मच के आकार के नाखून (Koilonychia)
यदि नाखून बीच में से दब गए हैं और किनारों से ऊपर उठकर चम्मच जैसा आकार ले रहे हैं, तो यह शरीर में आयरन (लोहे) की भारी कमी या एनीमिया का संकेत है। गर्भावस्था या खराब पाचन के कारण भी ऐसा हो सकता है।
3. स्प्लिंटर हैमरेज (लाल या भूरी लकीरें)
नाखूनों के नीचे पतली लाल या भूरे रंग की लकीरें दिखना, जो किसी चोट के निशान जैसी लगती हैं, 'स्प्लिंटर हैमरेज' कहलाता है। अगर यह बिना किसी चोट के हो रहा है, तो यह दिल के संक्रमण (Endocarditis) या 'ल्यूपस' जैसी ऑटोइम्यून बीमारियों का चेतावनी संकेत हो सकता है।
4. जोड़ों में सूजन और नाखूनों का खुरदरापन नाखूनों के आस-पास की उंगलियों के जोड़ों में सूजन
गठिया (Arthritis) का शुरुआती लक्षण हो सकती है। इसमें ऑस्टियोआर्थराइटिस या सोरायटिक अर्थराइटिस शामिल हो सकते हैं, जिससे नाखूनों की बनावट भी खराब होने लगती है।
5. नाखूनों में गड्ढे पड़ना (Nail Pitting)
नाखूनों की सतह पर छोटे-छोटे गड्ढे या डेंट दिखना सोरायसिस (Psoriasis) का एक महत्वपूर्ण शुरुआती संकेत है। लगभग एक-तिहाई सोरायसिस रोगियों में यह लक्षण बीमारी के अन्य लक्षणों से पहले दिखाई देता है।
डॉक्टर की सलाह: विशेषज्ञों का कहना है कि अगर आपके नाखूनों का आकार, रंग या मोटाई अचानक बदल रही है और यह समस्या हफ्तों तक बनी रहती है, तो इसे नज़रअंदाज़ न करें। समय पर जांच कराने से बीमारियों को गंभीर होने से रोका जा सकता है। विशेष रूप से यदि इन लक्षणों के साथ थकान, सांस फूलना या जोड़ों में दर्द हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।